गुरुवार, 24 सितंबर 2009

फूलों से होलो तुम जीवन में सुंगध भर लो

फूलों  से  होलो  तुम  जीवन   में  सुंगध   भर  लो महकाओ तन-मन सारा भावों को विमल कर लो वो मालिक सबका हैं ,जिस माली का हैं ये चमन वो  रहता  सबमे  हैं  तुम ,कर लो उसी का मनन हो जाये सुवासित जीवन ऐसा तो जातां कर लो फूलों से होलो तुम............................................ शुभ...
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